प्रश्न - 𝟏. वैश्वीकरण काबिहार पर क्या प्रभाव पड़ा है ?
उत्तर- वैश्वीकरण का बिहार के जनजीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं, जो निम्नलिखित हैं–
वैश्वीकरण के सकारात्मक प्रभाव:
(𝟏) कृषि उत्पादन में वृद्धि– वैश्वीकरण के बाद बिहार में कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
(𝟐) निर्यात में वृद्धि– वैश्वीकरण के फलस्वरुप बिहार से किए गए निर्यात में वृद्धि हुई है।
(𝟑) विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग की प्राप्ति– वैश्वीकरण के फलस्वरुप बिहार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी हुआ है।
(𝟒) निर्धनता में कमी– वैश्वीकरण के फलस्वरूप राज्य में निर्धनता में काफी कमी हुई हैं।
(𝟓) विश्व स्तरीय उपभोक्ता वस्तुओं की उपलब्धता– वैश्वीकरण के कारण बिहार में बाजारों में विश्व स्तरीय उपभोक्ता वस्तुएं उपलब्ध हो गई हैं।
प्रश्न - 𝟐. वैश्वीकरण क्या है ?
उत्तर- वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व के विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं, प्रौद्योगिकी, पूंजी और श्रम या मानवीय पूंजी का भी निर्बाध प्रवाह हो सके।
वैश्वीकरण के कारण सभी देश आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
प्रश्न - 𝟑. सतत् विकास क्या है ?
उत्तर- ऐसा विकास जो जारी रह सके, टिकाऊ बना रह सके उसे सतत विकास कहते हैं। सतत् विकास में न केवल वर्तमान पीढ़ी बल्कि भावी पीढी के विकास को भी ध्यान में रखा जाता है।
प्रश्न- 𝟒. समावेशी विकास क्या है ?
उत्तर- आर्थिक विकास की जिस पद्धति या प्रक्रिया से समाज के सभी वर्गों का जीवन-स्तर ऊंचा उठाया जाए तथा समाज का कोई भी वर्ग विकास के लाभ से अछूता नहीं रहे तो ऐसे ही विकास की क्रिया को समावेशी विकास कहा जाता है।
प्रश्न - 𝟓. उदारीकरण क्या है ?
उत्तर- उदारीकरण का अर्थ सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों तथा प्रतिबंधों जैसे– लाइसेंस, कोटा आदि को हटाना है। आर्थिक सुधारों के अंतर्गत सन् 1991 से भारत सरकार ने उदारीकरण की नीति अपनायी हैं।
0 Comments
आप अपना राय दें। 👇